गद्य
आचारांगसार, मुक्तिपथ की ओर, आचार्य विमलसागर अभिवन्दन ग्रन्थ आदि।
काव्य
मेरी करुण कहानी, मुक्तक निकुन्ज, कुन्दकुन्द गीता आदि ।
विधान
तीनलोक विधान, सर्वतोभद्र स्वयंभूविधान, संकटमोचक शान्तिविधान, कल्याण मन्दिर विधान, मृत्युंजय विधान, पार्श्वनाथ विधान आदि 250 कृतियां
अभिरुचि
सतत साधना, ज्ञानाभ्यास, चिन्तन मनन, पठन पाठन, लेखन, सम्यग्ज्ञान प्रचार आदि।
विशेष कृतित्व
सिंहरथप्रवर्तन, त्रिलोकतीर्थ रचना, विश्वज्ञान शोध संस्थान, स्याद्वाद गुरुकुल
पद अलंकरण
स्याद्वादकेसरी,विद्याभूषण, आचार्य, ज्ञानानन्त, वाणीभूषण, राजर्षि
विशेषज्ञान
अध्यात्म, धर्म, दर्शन, न्याय, ज्योतिष, व्याकरण, संस्कृत, साहित्य, इतिहास, संगीत, काव्य, कला, मनोविज्ञान, मंत्र-तंत्र-यंत्र विज्ञान, योग विज्ञान में वैशिष्ट्य प्राप्त ।